Monday, December 31, 2007

कविता - हैप्पी न्यू एअर

बिल्ली मौसी ने एक कार्ड,चूहे को भिजवाया,
'हैप्पी न्यू ईयर' का नाराउसमें था

अब तक जो हुआ था सब,भई उसको तो माफ करो,
पिछली सारी गलती को,रफा-दफा और साफ करो,


नए साल की पार्टी है, तुम,मेरे घर पर आ जाना,
साथ तुम्हारे चूहिया रानी,भाई-भतीजों को भी लाना,


चूहे ने फिर यूँ लिख भेजा,खूब समझे हम तेरी चाल,
हमको खाना छोड़ दोगी,अभी नहीं आया वो साल!!

No comments: